हिंदू
धर्म में महिलाओं के लिए पीरियड्स
के दौरान कई तरह के
नियम बनाए गए हैं। इन
नियमों के अनुसार महिला
को पीरियड्स के दिनों में
पूजा पाठ करने, मंदिर जानें की मनाही होती
है, ऐसे में अक्सर महिलाओं के मन में
एक सवाल उठता है कि जो
शक्ति एक महिला को
सृजन करने की क्षमता देती
हो, वो आखिरकार अपवित्र
क्यों मानी जाती है ? वहीं अगर कोई महिला किसी व्रत को पूरी श्रद्धा
के साथ रखे और उसे अचानक
पीरियड आ जाए, तो
वो क्या करे, क्या ऐसी स्थिति में उसका व्रत मान्य नहीं होगा? अक्टूबर के आखिरी के
सफ्ताह त्योहारों से भरे हुए
हैं। पहले 24 अक्टूबर से दीपावली, भाई
दूज और फिर 28 से
31 तक छठ का महापर्व
है। इस बीच जहां
लोगों में इन त्यौहारों को
लेकर उत्साह है, वहीं, ज्यादातर महिलाओं में यह टेंशन है
कि उनका पीरियड्स डेट इस दौरान ही
न आ जाए। हालांकि
अब पहले की तरह पीरियड्स
को लेकर लोग बंधे विचार के नहीं है।
जिसकी वजह से महिलाओं को
त्यौहारों के दौरान पीरियड्स
आने पर अलग-थलग
नहीं रहना पड़ता है। लेकिन यह मान्यता आज
भी है कि पीरियड्स
में महिलाएं पूजा में न तो शामिल
हो सकती है न ही
इसे खुद कर सकती हैं।
ऐसे में पीरियड्स वाली महिलाओं के पास पीरियड्स
डेट को आगे बढ़ाने
वाली दवाओं (Period Postpone
Medicine)को खाने के अलावा
दूसरा विकल्प नहीं रह जाता है।
गुंजन
आईवीएफ वर्ल्ड ग्रुप की फाउंडर स्त्री
रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ
डॉ गुंजन गुप्ता गोविल, बताती हैं कि पीरियड्स की
डेट के साथ छेड़छाड
करना अप्राकृतिक है जिसके कुछ
खराब परिणाम हो सकते हैं।
हालांकि कुछ नेचुरल उपायों के साथ दवाओं
के माध्यम से पीरियड्स को
आगे बढ़ाना मुमकिन है। लेकिन दवाओं को लेने से
पहले डॉक्टरों से सलाह जरूर
लें, क्योंकि कुछ गोलियां महिला शरीर पर हानिकारक प्रभाव
डाल सकती हैं। ऐसे में यदि ज्यादा जरूरत हो तभी पीरियड्स
डेट को पोस्टपोन करें
वो भी नेचुरल उपायों
के साथ। क्योंकि इसे साइड इफेक्ट न के बराबर
होते हैं।
मसालेदार
भोजन से बचना चाहिए
क्योंकि अधिक मसालेदार भोजन या गर्म भोजन
के पीरियड्स डेट को आगे बढ़ाने
के बजाए पहले ला देते हैं।
क्योंकि ज्यादा गरम खाना शरीर में एस्ट्रोजन के स्तर को
बढ़ाता है।
एक्सपर्ट
बताती हैं कि एप्पल साइडर
सिरका पीरियड्स डेट को पोस्टपोन करने
में मददगार होता है। दरअसल इसमें उच्च स्तर की अम्लीय सामग्री
होती है, जो पीरियड्स को
देरी से करने में
मदद करती है। एक- दो चम्मच विनेगर
को पानी में मिलाकर इसका सेवन किया जा सकता है।
दालचीनी की चाय का
सेवन भी पीरियड्स पोस्टपोन
में सहायक होता है पीरियड्स देरी
से लाने के लिए सबसे
लोकप्रिय घरेलू उपचारों में से एक है
दालचीनी की चाय। साथ
ही दालचीनी की चाय हैवी
पीरियड्स में भी सहायक होती
है।
नींबू
का रस भी मासिक
धर्म को लेट लाने
में सहायक होता है। एक्सपर्ट पीरियड्स डेट आगे बढ़ाने के लिए नींबू
के रस का सेवन
करने की सलाह देती
हैं। वह बताती हैं
कि एप्पल साइडर सिरका की तरह ही
नींबू का रस विटामिन
सी से भरपूर होता
है, जो मासिक धर्म
में देरी में योगदान करते हुए बेहतर त्वचा को बढ़ावा देने
में भी मदद करता
है।
सरसों
के बीज से भी मासिक
धर्म लेट हो सकता है।
यदि आप अपना पीरियड्स
डेट आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो सरसों के
बीज का सेवन करें।
सरसों के बीज एंटीऑक्सिडेंट
से भरपूर होते हैं, जो मासिक धर्म
में देरी करने में मदद करते हैं।
मासिक धर्म (पीरियड्स) डेट से इतने दिन पहले शुरू करना चाहिए, एक्सपर्ट बताती हैं कि पीरियड्स डेट को आगे बढ़ाने वाले नेचुरल उपायों को पीरियड्स डेट आने से 7-10 दिन पहले शुरू कर देना चाहिए। इसके अलावा मासिक धर्म में देरी या समय से पहले लाने के लिए किसी भी दवा का चयन करने से पहले हमेशा चिकित्सकीय सलाह लें।
Social Plugin