होली के रंगों से हो सकती हैं ये 5 तरह की स्किन प्रॉब्लम, डॉक्टर ने बताए बचने के तरीके

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होली के रंगों से हो सकती हैं ये 5 तरह की स्किन प्रॉब्लम, डॉक्टर ने बताए बचने के तरीके

होली के रंगों से हो सकती हैं ये 5 तरह की स्किन प्रॉब्लम, डॉक्टर ने बताए बचने के तरीके

र तरह के होली के रंग स्किन के लिए अच्छे नहीं माने जाते हैं. ऐसे में रंगों का चुनाव सोच समझकर करें. ये आपकी स्किन को क्षति पहुंचा सकते हैं. बाजारों में होली की रौनक दिखने लगी है. तरह तरह के रंग बाजारों में मिल रहे हैं. छोटे से बड़ों तक हर किसी का मन इन्हें देख आकर्षित हो रहा है. इनमें कई तरह के रंग हैं कुछ ऑर्गेनिक रंग हैं तो कुछ मिक्स्ड रंग होते हैं जिनमें खतरनाक कैमिकल्स, मेटल्स मिले हुए होते हैं. ऐसे में रंगों का चुनाव सोच समझकर करें, क्योंकि ये हमारी त्वचा को कई तरीके से नुक्सान पहुंचा सकते हैं जैसे इर्रिटेशन होना, स्किन का लाल हो जाना, स्किनमें खुजली होने लगना, स्किन पर रैशेस हो जाना आदि. डॉ. जयश्री नूर , सीनियर कंसलटेंट – डर्मेटोलॉजी , मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल्स गुरुग्राम ने बताया कि कुछ सूखे रंग या लिक्विड रंग ऐसे होते है जों अगर सिर में या स्किन में कहीं लग जाए तो जलन पैदा कर देते हैं। 

रंगों में हो सकते हैं हार्श केमिकल्स: कई रंगों में ऐसे रसायन होते हैं जो स्किन को इर्रिटेट कर सकते हैं, जैसे कि पैराबिन्स, सल्फेट्स और अन्य अतिरिक्त केमिकल्स. ये केमिकल्स स्किन की प्रतिक्रिया को बढ़ा सकते हैं और एलर्जी का कारण बन सकते हैं.रंगों में एक्सफोलिएंट्स- रंगों में एक्सफोलिएंट्स का मतलब है कि कुछ रंगों में ऐसे तत्व होते हैं जो त्वचा को छीलने का काम कर सकते हैं ये तत्व त्वचा की ऊपरी परत को उत्तेजित करते हैं जिससे त्वचा में खुजली हो सकती है, लाल दाग पड़ सकते हैं और त्वचा की सुरक्षा में समस्याएं आ सकती हैं। यह रंगों के संचित रहने का कारण बन सकता है जो उन्हें त्वचा पर लंबे समय तक लगे रहने की स्थिति में बचने के लिए। 

एलर्जिक प्रतिक्रियाएं : होली के त्योहार के दौरान त्वचा पर रंगों के लंबे समय तक रहती है, तो इससे आपके शरीर की त्वचा पर जलन, खुजली, चिपचिपा या दाने आदि जैसी एलर्जिक प्रतिक्रियाएं और भी ज्यादा बढ़ सकती हैं. 

परफ्यूम और डाइज्स: कुछ रंगों में परफ्यूम और डाइज्स हो सकते हैं जो त्वचा को अतिरिक्त संवेदनशील बना सकते हैं, जिससे एलर्जी हो सकती है. 

फाइबर को नुकसान: कुछ रंग त्वचा के फाइबर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये रंग त्वचा को सुनहरा बनाने का दावा करते हैं, लेकिन वास्तव में त्वचा को खराब कर सकते हैं। इससे त्वचा पर लाल दाग की समस्या हो सकती है। इसलिए सुरक्षित रंगों का चयन करना बेहद महत्वपूर्ण है। होली के रंगों से होने वाली संभावित समस्याओं से बचने के लिए.  

सावधानियां अपनाएं: सुरक्षित रंगों का उपयोग करें।त्वचा को अच्छे से बचाएं और रंग को धीरे-धीरे हटाएं।चेहरे को मास्क या सन ग्लासेस से ढ़के रखें।ज्यादा रंग न लगाएं और नाक-कान में रंग न पहुंचाएं।प्राकृतिक रंगों का प्राथमिकता से इस्तेमाल करें।