आज के समय में दिल से जुड़ी परेशानियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है, जिनमें हार्ट अटैक आम होता जा रहा है. पहले दिल के दौरे की समस्या सिर्फ बड़े लोगों को होती थी, लेकिन अब ये परेशानी युवाओं में भी देखी जाती है. ऐसे में कई बार छाती में दर्द को सही ढंग से पहचानना मुश्किल हो जाता है और हम समझ नहीं पाते हैं कि ये पेट दर्द है या गैस का दर्द. ऐसे में आज हम डॉ. बिमल छाजेर, फॉर्मर कंसलटेंट एम्स और डायरेक्टर साओल हार्ट सेंटर , नई दिल्ली से जानेंगे कि छाती में उठ रहा दर्द हार्ट अटैक है या पेट की गैस को कैसे पहचानें.
हार्ट अटैक के दौरान हो सकती हैं ये परेशानियां-
डॉ. बिमल छाजेर ने बताया कि हार्ट अटैक के दौरान का दर्द आमतौर पर छाती के मध्य में महसूस होता है और ज्यादातर बाएं हाथ में भी महसूस किया जा सकता है. इस दर्द के साथ जलन, भारीपन, दबाव की भावना, और सांस लेने में कठिनाई की अनुभूति होती है. इसके साथ ही, अक्सर उल्टी, थकान, और सांस फूलने की समस्या भी हो सकती हैं. यह संकेत गंभीर हो सकते हैं और इस तरह के लक्षणों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.
पेट की गैस के लक्षण –
पेट की गैस के लक्षण कई तरह से प्रकट हो सकते हैं और वे आमतौर पर इनकन्वेनिएंट (inconvenient) होते हैं. पेट की गैस का दर्द अक्सर पेट में या छाती के निचले हिस्से में होता है. यह दर्द कभी-कभी बहुत तीव्र हो सकता है और अक्सर स्थान बदलता रहता है, जिससे असहजता बढ़ जाती है. गैस बनने पर डकार आना या गैस पास होना सामान्य है और इससे दर्द में थोड़ी राहत मिल सकती है. डकार के माध्यम से गैस बाहर निकलने से पेट में जमा गैस की मात्रा कम होती है, जिससे असुविधा थोड़ी कम हो जाती है.
पेट में भारीपन या फूलने का एहसास भी गैस का एक प्रमुख लक्षण है. यह स्थिति तब होती है जब पेट में अधिक गैस जमा हो जाती है, जिससे पेट फूला हुआ और तना हुआ महसूस होता है. भोजन के बाद दर्द बढ़ना भी एक सामान्य लक्षण है. भोजन करने के बाद पेट में गैस बनना सामान्य है, खासकर यदि भोजन जल्दी-जल्दी या ज़्यादा मात्रा में किया गया हो. कुछ विशेष प्रकार के खाने, जैसे कि बीन्स, दालें, तले हुए फ़ूड आइटम्स और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, गैस बनने की संभावना को बढ़ा सकते हैं.
छाती में उठ रहा दर्द हार्ट अटैक या पेट की गैस के कारण हो सकता है, और इन्हें अलग करना कभी-कभी मुश्किल हो सकता है. हार्ट अटैक का दर्द आमतौर पर छाती के बीच में या बाईं ओर होता है और यह दर्द हाथ, गर्दन, जबड़े या पीठ में फैल सकता है. यह दर्द अक्सर तीव्र, भारी, दबाव या जलन जैसा महसूस होता है और यह कुछ मिनटों से अधिक समय तक रह सकता है. इसके विपरीत, पेट की गैस का दर्द आमतौर पर पेट के ऊपरी हिस्से में होता है और यह आहार या पाचन से संबंधित हो सकता है. पेट की गैस का दर्द छाती में असुविधा और फुलाव की भावना पैदा कर सकता है, लेकिन यह आमतौर पर खाने के बाद या गैस निकलने पर कम हो जाता है.
कैसे बचें-
प्रिवेंटिव मेजर्स के तौर पर, हार्ट अटैक से बचने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाना महत्वपूर्ण है. इसमें संतुलित आहार लेना, नियमित व्यायाम करना, धूम्रपान और शराब का सेवन कम करना, और तनाव प्रबंधन शामिल है. नियमित स्वास्थ्य जांच कराते रहना भी आवश्यक है ताकि किसी भी प्रकार की हृदय संबंधी समस्या को समय रहते पहचाना जा सके. पेट की गैस से बचने के लिए, भारी और तली-भुनी चीजों से परहेज करें, धीरे-धीरे खाना खाएं, और खाने के बाद थोड़ा टहलें. अगर दर्द लगातार बना रहता है या गंभीर हो जाता है, तो डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है, क्योंकि यह हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है.
Courtesy: India.com
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