वर्ल्ड ब्रेन डे के अवसर पर पारस अस्पताल गुरुग्राम ने दिमाग की सेहत को लेकर किया लोगों को जागरूक

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वर्ल्ड ब्रेन डे के अवसर पर पारस अस्पताल गुरुग्राम ने दिमाग की सेहत को लेकर किया लोगों को जागरूक

वर्ल्ड ब्रेन डे के अवसर पर पारस अस्पताल गुरुग्राम ने दिमाग की सेहत को लेकर किया लोगों को जागरूक
 

गुरुग्राम, 22 जुलाई 2024: पारस हॉस्पिटल गुरुग्राम में न्यूरो इंटरवेंशन के ग्रुप डायरेक्टर डॉक्टर विपुल गुप्ता ने वर्ल्ड ब्रेन डे 2024 के अवसर पर जनजागरूकता सत्र के जरिए दिमाग के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए लोगों को शिक्षित किया.

ये इवेंट इस साल की थीम 'ब्रेन हेल्थ फॉर ऑल' पर आधारित था जिसमें स्लो मेमोरी लॉस के बारे में बताया गया और दिमाग से संबंधित बीमारियों के रिस्क के बारे में बताया गया जिसमें सबसे आम अल्जाइमर और अन्य डिमेंशिया संबंधी बीमारियां हैं.

पारस हॉस्पिटल गुरुग्राम में न्यूरो इंटरवेंशन के एचओडी व ग्रुप डायरेक्टर डॉक्टर विपुल गुप्ता ने दिमाग की हेल्थ के लिए रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी के फायदों के बारे में बताया. उन्होंने कहा, ''रिसर्च से पता चलता है कि जो लोग शारीरिक रूप से एक्टिव रहते हैं ऐसे लोगों के मेंटल फंक्शन में गिरावट के चांस कम रहते हैं और उनके अंदर अल्जाइमर पनपने का रिस्क भी कम रहता है. एक्सरसाइज से ब्रेन तक ब्लड फ्लो अच्छा रहता है, जिससे प्रतिरोध में मदद मिलती है और उम्र बढ़ने के साथ दिमाग में आने वाली प्राकृतिक कमी के चांस कम हो जाते हैं. कुछ भी नहीं तो एक हफ्ते में कम से कम 30 से 60 मिनट मॉडरेट एरोबिक एक्टिविटी जैसे वॉकिंग, स्विमिंग, टेनिस खेलने की गतिविधियों में खुद को एंगेज करें.

डॉ. विपुल गुप्ता ने लाइफस्टाइल से जुड़े विभिन्न कारणों पर भी बात रखी. उन्होंने दिमाग की सेहत, याददाश्त को मजबूत करने के लिए नींद का भी अहम रोल बताया और हर रात लगातार 7-78 घंटे सोने की सलाह दी. उन्होंने इस बात पर भी जोर  दिया कि खाने पर विशेष ध्यान रखें, पौधे-आधारित खाद्य पदार्थ खाएं, साबुत अनाज, मछली, हेल्दी फैट लें, जिससे अल्जाइमर का रिस्क कम होता है और कॉग्निटिव फंक्शन बेहतर होता है.

रीडिंग, पहेलियों और खेल जैसी गतिविधियों के जरिए नए मस्तिष्क कनेक्शन बनाने और दिमाग के फंक्शन के सही रहने में मदद मिलती है. डिप्रेशन और तनाव से बचने के लिए लोगों से बातचीत करना बेहद अहम है, इससे मेमोरी और मेंटल हेल्थ बेहतर रहती है. ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर, कोलेस्ट्रॉल के लगातार चेकअप कराते रहें, साथ ही लाइफस्टाइल में बदलाव लाएं. फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएं, हेल्दी डाइट लें, शराब का सेवन कम करें, तंबाकू के इस्तेमाल से बचें, इससे आर्टरी की हेल्थ सही रहती है जो हार्ट और ब्रेन दोनों के लिए ही लाभदायक होता है.

डॉक्टर विपुल ने आगे कहा, ''पूरे शरीर के स्वास्थ्य के लिए ब्रेन हेल्थ बेहद जरूरी है, खासकर बढ़ती उम्र में इसका रोल महत्वपूर्ण रहता है. स्वस्थ लाइफस्टाइल की आदतों को अपनाने और अलर्ट रहने से कॉग्निटिव में गिरावट के जोखिम को कम किया जा सकता है और जीवन को बेहतर बनाया जा सकता है. वर्ल्ड ब्रेन डे के अवसर पर, हमारा लक्ष्य लोगों को ब्रेन हेल्थ के प्रति जागरूक करना और सशक्त बनाना है.

पारस हॉस्पिटल गुरुग्राम में न्यूरो से संबंधित बीमारियों का एडवांस तरीके से इलाज किया जाता है, यहां स्टेट ऑफ आर्ट मेडिकल केयर दी जाती है और यहां इससे संबंधित लगातार रिसर्च चल रही हैं. इस जागरूकता सत्र अस्पताल की उस पहल का हिस्सा है जिसके जरिए अस्पताल लोगों को उनके ब्रेन हेल्थ के बारे में सही जानकारी देता है ताकि उनके ब्रेन को स्वस्थ रखा जा सके.