मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, द्वारका ने रेवाड़ी में कई अस्पतालों के साथ मिलकर मल्टी-स्पेशलिटी ओपीडी सेवाएं शुरू कीं

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मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, द्वारका ने रेवाड़ी में कई अस्पतालों के साथ मिलकर मल्टी-स्पेशलिटी ओपीडी सेवाएं शुरू कीं

मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, द्वारका ने रेवाड़ी में कई अस्पतालों के साथ मिलकर मल्टी-स्पेशलिटी ओपीडी सेवाएं शुरू कीं
रेवाड़ी, 13 फरवरी 2025: मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, द्वारका ने आज रेवाड़ी के कई अस्पतालों के साथ साझेदारी में अपनी मल्टी-स्पेशलिटी ओपीडी सेवाओं के शुभारंभ की घोषणा की। इन नई ओपीडी सेवाओं के तहत न्यूरोलॉजी और ऑन्को-सर्जरी (हेड & नेक) से जुड़ी बीमारियों का इलाज किया जाएगा। इन ओपीडी सेवाओं का शुभारंभ मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, द्वारका के न्यूरोलॉजी विभाग के प्रिंसिपल डायरेक्टर एवं यूनिट हेड डॉ. रजनीश कुमारऔर हेड एवं नेक ऑन्को सर्जरी विभाग की एसोसिएट डायरेक्टर एवं यूनिट हेड डॉ. शिल्पी शर्मा की उपस्थिति में किया गया।

डॉ. रजनीश कुमार हर महीने के दूसरे और चौथे बुधवार को सुबह 10:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक मातृका अस्पताल एवं डॉ आर वी यादव अस्पताल, रेवाड़ी में उपलब्ध रहेंगे, जबकि डॉ. शिल्पी शर्मा हर महीने के दूसरे और चौथे गुरुवार को सुबह 10:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक सिटी हार्ट क्लिनिक एवं मेडिकल सेंटर, रेवाड़ी में उपलब्ध रहेंगी। इस पहल के माध्यम से मरीज अब अपने स्वास्थ्य से जुड़ी जाँच और नियमित फॉलो-अप के लिए सुविधाजनक तरीके से अपॉइंटमेंट बुक करा सकेंगे। 


मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, द्वारका के न्यूरोलॉजी विभाग के प्रिंसिपल डायरेक्टर एवं यूनिट हेड डॉ. रजनीश कुमार ने कहा, “न्यूरोसाइंसेज के क्षेत्र में तेजी से हो रही प्रगति के कारण अब न्यूनतम इनवेसिव (मिनिमली इनवेसिव) सर्जरी के माध्यम से सबसे जटिल न्यूरोलॉजिकल बीमारियों का भी प्रभावी इलाज संभव है। पारंपरिक सर्जरी की जटिलताओं को लेकर कई मरीज चिंतित रहते हैं, लेकिन आधुनिक तकनीकों जैसे न्यूनतम इनवेसिव ब्रेन सर्जरी और डीप ब्रेन स्टिमुलेशन (DBS) के कारण अब ये प्रक्रियाएं अधिक सुरक्षित हो गई हैं। इनमें रक्तस्राव बहुत कम होता है और मरीज की रिकवरी भी तेजी से होती है। इस तकनीक की एक विशेषता यह भी है कि इसमें हड्डी या मांसपेशियों को नुकसान नहीं पहुँचता, जिससे शरीर की बनावट बरकरार रहती है और ओपन सर्जरी की तुलना में मरीज जल्दी स्वस्थ हो जाता है। 


आज उपलब्ध एडवांस टेक्नोलॉजी और न्यूनतम इनवेसिव न्यूरो-एंडोस्कोपिक प्रक्रियाओं के माध्यम से सबसे जटिल एवं संवेदनशील ट्यूमर को भी बिना अधिक जोखिम के सफलता पूर्वक निकाला जा सकता है।  


मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, द्वारका के हेड एवं नेक ऑन्को सर्जरी विभाग की एसोसिएट डायरेक्टर एवं यूनिट हेड डॉ. शिल्पी शर्मा ने कहा, “जागरूकता की कमी के कारण लोग प्रारंभिक लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं और तब अस्पताल पहुँचते हैं जब बीमारी अपने उन्नत चरण में पहुँच चुकी होती है। इसलिए यह बेहद ज़रूरी है कि हम कैंसर के इलाज और इसे रोकने के तरीकों के बारे में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाएँ। जीवनशैली में मामूली बदलाव और नियमित स्व-परीक्षण (सेल्फ-एग्जामिनेशन) से कैंसर से बचाव संभव है। मेडिकल एवं सर्जिकल ऑन्कोलॉजी में नवाचारों के चलते अब रोबोटिक सर्जरी से बिना किसी निशान के ओरल, हेड और नेक कैंसर का इलाज संभव हो गया है। बेहतर और उन्नत तकनीकों की उपलब्धता के साथ, समय पर बीमारी की पहचान और इलाज की जागरूकता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि अक्सर शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज कर दिया जाता है और देर से निदान होता है। 


मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, द्वारका द्वारा शुरू की गई इन ओपीडी सेवाओं के माध्यम से रेवाड़ी के लोग न केवल उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे, बल्कि इन बीमारियों के बारे में जागरूकता भी बढ़ेगी, जिससे वे एक बेहतर और स्वस्थ जीवन जी सकें।