मैक्स हॉस्पिटल वैशाली ने मैक्स मेड सेंटर, मेरठ में स्त्री रोग कैंसर के लिए विशेष ओपीडी सेवाएं शुरू कीं

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मैक्स हॉस्पिटल वैशाली ने मैक्स मेड सेंटर, मेरठ में स्त्री रोग कैंसर के लिए विशेष ओपीडी सेवाएं शुरू कीं

मैक्स हॉस्पिटल वैशाली ने मैक्स मेड सेंटर, मेरठ में स्त्री रोग कैंसर के लिए विशेष ओपीडी सेवाएं शुरू कीं

मेरठ। मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, वैशाली ने आज मैक्स मेड सेंटर, मेरठ में स्त्री रोग कैंसर के लिए विशेष ओपीडी सेवाओं की शुरुआत की। यह ओपीडी सेवाएं हर महीने के दूसरे और चौथे बुधवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक उपलब्ध होंगी। इस सेवा की घोषणा के दौरान, मैक्स हॉस्पिटल वैशाली में स्त्री रोग-ऑन्कोलॉजी विभाग की निदेशक डॉ. सतिंदर कौर और कंसल्टेंट डॉ. हेमलता गर्ग उपस्थित थे, जो इन निर्धारित दिनों में मरीज़ों को परामर्श प्रदान करेंगी।

 

कैंसर के नए इलाज के विकल्प बताते हुए, डॉ. सतिंदर कौर ने कहा, “स्त्री रोग संबंधी कैंसर महिलाओं में सबसे सामान्य प्रकार के कैंसरों में से एक हैं, और यह एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है। हाल के वर्षों में हुए उन्नत विकासों के कारण, न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रियाएं मरीज़ों को कई लाभ प्रदान करती हैं, जैसे कम ऑपरेटिव दर्द, अस्पताल में कम समय का स्टे, तेज़ रिकवरी, और जटिलताओं की संभावना कम होना। हमारी अनुभवी टीम उन्नत तकनीकों का उपयोग करके ओवरी, यूटरस, सर्विक्स, वल्वा और वैजाइना, जननांगों के कैंसर के उपचार में बेहतर परिणाम हासिल कर रही है।  

 

कैंसर के नए इलाज और आधुनिक तकनीकों पर रोशनी डालते हुए, डॉ. हेमलता गर्ग ने कहा, “कैंसर का देर से उपचार मरीज़ों के जीवन की गुणवत्ता और उनकी जीवित रहने की संभावनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। कैंसर का शीघ्र निदान और उपचार मरीज़ों को सफल उपचार का सर्वश्रेष्ठ मौका देता है। लैप्रोस्कोपिक सर्जरी, जिसमें छोटे चीरे लगाए जाते हैं, स्वस्थ ऊतकों को बचाते हुए सटीक रूप से ट्यूमर को निकालने की अनुमति देती है। वहीं, रोबोटिक सर्जरी से सर्जनों को बेहतर नियंत्रण और सटीकता प्राप्त होती है, जिससे जटिल या पुनरावर्ती मामलों में भी अधिक सटीक प्रक्रियाएं की जा सकती हैं। 

 

मैक्स हॉस्पिटल वैशाली जटिल और पुनरावर्ती सर्जरी को संभालने में सक्षम है, और मरीज़ों को मलटी डिसिप्लिनरी एप्रोच के साथ व्यक्तिगत और प्रभावी उपचार प्रदान कर रहा है, जिससे उनके जीवन की गुणवत्ता और जीवित रहने की दरों में सुधार हो रहा है।