सेंटर फॉर साइट" ने प्रयागराज में विश्वस्तरीय नेत्र चिकित्सा सेवाओं की शुरुआत की

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सेंटर फॉर साइट" ने प्रयागराज में विश्वस्तरीय नेत्र चिकित्सा सेवाओं की शुरुआत की

सेंटर फॉर साइट" ने प्रयागराज में विश्वस्तरीय नेत्र चिकित्सा सेवाओं की शुरुआत की

प्रयागराज, 9 अप्रैल 2025: भारत के प्रमुख सुपर-स्पेशियलिटी आई केयर नेटवर्क सेंटर फॉर साइट ने आज आधिकारिक रूप से प्रयागराज में अपने अत्याधुनिक अस्पताल की शुरुआत की। इस विस्तार के साथ, प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को अब मेट्रो शहरों की यात्रा किए बिना उन्नत और विश्वस्तरीय नेत्र चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी। यह नया केंद्र सेंटर फॉर साइट की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है जिसके तहत वह देश के कोने-कोने में किफायती और सुलभ आई केयर को सुनिश्चित करना चाहता है, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां विशेषज्ञ सेवाओं की कमी है।   



उद्घाटन समारोह में उत्तर प्रदेश सरकार के माननीय कैबिनेट मंत्री श्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी जी’ (औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई व निवेश प्रोत्साहन मंत्री) ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। प्रयागराज के एम. डी. आई हॉस्पिटल के पूर्व निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) आर. एन. मिश्रा, इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि रहे।


इस अवसर पर श्री नंद गोपाल गुप्ता ने सेंटर फॉर साइट की आधुनिक तकनीक, उच्च स्तरीय शल्य क्रिया और अनुभवी चिकित्सकों की टीम की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह सुविधा प्रयागराज और आसपास के जिलों के लिए गुणवत्तापूर्ण और भरोसेमंद नेत्र चिकित्सा सेवाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।


प्रोफेसर (डॉ.) आर. एन. मिश्रा ने कहा कि इस तरह की विशेषज्ञ संस्था की उपलब्धता से पूर्वी उत्तर प्रदेश के उन मरीजों को विशेष लाभ मिलेगा जिन्हें जटिल नेत्र रोगों के लिए अत्याधुनिक चिकित्सा की आवश्यकता होती है।


यह अत्याधुनिक अस्पताल एक ही छत के नीचे व्यापक नेत्र देखभाल सेवाएं प्रदान करता है। यहां माइक्रो-इंसीजन फेको-इमल्सिफिकेशन तकनीक से मोतियाबिंद की उन्नत सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है, जिसमें ट्राईफोकल, मल्टीफोकल, टोरिक और ईडीओएफ जैसे प्रीमियम इन्ट्राऑकुलर लेंस लगाए जाते हैं। यह न केवल दृष्टि को पुनर्स्थापित करता है, बल्कि निकट, मध्य और दूर — सभी दूरी पर स्पष्ट और उच्च गुणवत्ता वाली दृष्टि सुनिश्चित करता है। 


विशेष रूप से, यह प्रयागराज केंद्र पूर्वी उत्तर प्रदेश के उन गिने-चुने अस्पतालों में से है जहां विट्रीयो-रेटिनल देखभाल उपलब्ध है। यहां डायबिटिक रेटिनोपैथी, रेटिनल डिटैचमेंट, और एज-रिलेटेड मैक्युलर डिजनरेशन (ARMD) जैसी जटिल स्थितियों का विशेषज्ञ इलाज किया जाता है। केंद्र में OCT, फंडस फोटोग्राफी और एडवांस लेजर सिस्टम्स जैसे उपकरण मौजूद हैं जो रेटिना रोगों के प्रभावी प्रबंधन में मदद करते हैं।


इस अस्पताल की एक बड़ी विशेषता यह है कि प्रयागराज में पहली बार अत्याधुनिक LASIK तकनीक की शुरुआत की गई है। यह एक लोकप्रिय, सुरक्षित और तेज़ प्रक्रिया है जो लोगों को चश्मे से स्थायी रूप से मुक्ति दिलाती है। सेंटर फॉर साइट के LASIK 6666 प्लेटफॉर्म के माध्यम से अब प्रयागराज के मरीजों को मेट्रो शहरों जाए बिना ही उच्चतम स्तर की दृष्टि सुधार सेवा उपलब्ध होगी। 


इसके अलावा, यह केंद्र ग्लूकोमा की विशेषज्ञ जांच व उपचार, कॉर्नियल रोगों (जैसे केराटोकोनस) और बच्चों में प्रारंभिक दृष्टि समस्याओं व भेंगापन के इलाज जैसी सेवाएं भी प्रदान करता है। यह सुविधा वयस्कों और बच्चों दोनों के लिए रोगी-केंद्रित व व्यक्तिगत देखभाल सुनिश्चित करती है।


सेंटर फॉर साइट के चेयरमैन एवं मेडिकल डायरेक्टर पद्मश्री डॉ. महिपाल एस. सचदेव ने इस अवसर पर कहा, “भारत विश्व की दृष्टिहीन आबादी का लगभग एक-तिहाई हिस्सा रखता है। हमारा लक्ष्य है कि हर भारतीय को स्थान की परवाह किए बिना विशेषज्ञ, तकनीक-आधारित नेत्र देखभाल मिले। मायोपिया, डायबिटिक नेत्र रोगों और मोतियाबिंद जैसी समस्याओं के बढ़ते मामलों को देखते हुए, समय पर रोकथाम बेहद जरूरी है। प्रयागराज का यह केंद्र हमारी उस प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जिसमें हम सर्वोत्तम निदान, सर्जरी और दीर्घकालिक नेत्र स्वास्थ्य परिणाम सुनिश्चित करना चाहते हैं। दृष्टि के मामले में कोई समझौता नहीं होना चाहिए।”


सेंटर फॉर साइट के मेडिकल डायरेक्टर प्रोफेसर डॉ. कमलजीत सिंह ने कहा कि यह केंद्र पूर्वी उत्तर प्रदेश में उन्नत नेत्र देखभाल के विस्तार की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने विशेष रूप से ग्लूकोमा और रेटिनल रोगों के शुरुआती निदान पर ज़ोर दिया जो प्रायः बिना लक्षण के बढ़ते हैं और समय पर इलाज न मिलने पर स्थायी दृष्टिहानि का कारण बन सकते हैं।